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"Besak Suna hai Maine"...आगे पढ़े
लेखक - Mehak, पाठक संख्या - 1153
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Aaina hoon main mere saamne Aakar to dekho....आगे पढ़े
लेखक - Mehak, पाठक संख्या - 1100
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यादें
बादल बरसे या न बरसे, नैना बरस ही जाता है,
पता नहीं ये सावन क्यों, पतझड़ की याद दिलाता है ......आगे पढ़े
लेखक - Ranjan Kumar Pandit, पाठक संख्या - 1048
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चिठ्ठियाँ
अब कहाँ खो गयी वो सभी चिठ्ठियाँ ,
खुशबुओं में नहायी सजी चिठ्ठियाँ ,
अब चलन में नहीं प्यार की चिठ्ठियां,
लोग लिखते हैं बस काम की चिठ्ठियाँ !!
वो कहाँ तक छुपाता बहा दी सभी ,
जान से भी प्यारी तेरी चिठ्ठियां
उसके छूने से जो हो गयी मखमली ,
भेज दे काश फिर वही चिठ्ठियाँ !!...आगे पढ़े
लेखक - Saumya Pandey, पाठक संख्या - 847
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कान का दरवाजा
जब हम चाहते आँखे खोलते,
जब चाहते तब बंद कर लेते,
ये सब संभव है केवल,
आँखों की पलकों के चलते !
आँखों की पलकों के जैसा,
काश कान के दरवाजे भी होते !
जब चाहे तब खोल लेते ,
जब चाहे तब बंद कर लेते !!...आगे पढ़े
लेखक - Swati, पाठक संख्या - 812