भरा पड़ा है खिलौने से पूरा बाजार,
जज्बातो से क्यू खेलती हो हर बार
ज़िन्दगी आसां लगेगी मुस्कुरा कर देख लो
चाहतों का शौक़ है तो दिल लगाकर देख लो
यूँ चरागों से शिक़ायत करने का क्या फ़ायदा
दूर होगा हर अँधेरा लौ जलाकर देख लो
उम्मीदों का बोझ लिए , मुर्दों को चलते देखा है
इश्क़ की आँच से मैंने , पत्थर को पिघलते देखा है
इस अंधियारी रात में ,जुगनू के घर का कोई पता बता दे !
ये खुदा मत ले इतने इम्तिहाँ ,अब तो मेरी खता बता दे !!
मत आना मेरे जनाज़े में, तेरे फूलों की दरकार नहीं,
प्यार किया था मैंने, तुझ जैसा कोई व्यापार नहीं।
19-08-2023
ओ बेवफा आज फिर मुझे रुला गई
.बैठा था तन्हा तभी उसकी याद आ गई
समझ नहीं आया क्या थी उस पगली की लाचारी...
या बेवफाई है उसकी पैदाइशी बिमारी...
19-08-2023हम वीरों के वंशज है ,मिट्टी में तुम्हे मिला देंगे !
कर मत दू:साहस रे पाक ,वर्ना 71 की याद दिला देंगे !!
22-02-2018इस अंधियारी रात में ,जुगनू के घर का कोई पता बता दे !
ये खुदा मत ले इतने इम्तिहाँ ,अब तो मेरी खता बता दे !!
22-02-2018चारो धाम कर ले कोई ,या करले हर तीज त्योहार
माँ ही अगर खुश नहीं तो सब कुछ है बेकार