चल बबुआ तोहके घुमा दिही गांव
खेतवा ,बाधारवा ,पिपरवा के छाँव
चल बबुआ...
घसिया आ फूसवा के बनल मकानवा ,
गोबरा से लिपल घारवा आगनवाँ
मुंडेरवा पे कागा करेला काँव -काँव
चल बबुआ..
पिपरा त चरत गईया -बकरियाँ
लइकन के गुन्जेला जहाँ किलकरियाँ
उपरा से बनरा करेला खाँव -खाँव
चल बबुआ..
खेतवा में लहरत लह -लह धानवा
कन्हिया पे लाठी लेले देखिह किसनवा
गेहुआं ,मसूरिया ,रहर आ केराव
चल बबुआ...
जादू आ टोना के बहुते बा चक्कर ,
तनिकि में हो जाला लाठी के टक्कर
तबो बा देखिह ,तू कतना लगाव
चल बबुआ...
चन्दन कुमार पंडित