Sahitya DarshannStory,Poems.shayari,quotes,Gazals,कवितायें शायरी कहानियाँ

 

पगला

रात के करीब यही 10 बज रहे होंगे ,बड़ी बेसब्री से रोहन 12 बजने का इंतजार कर रहा था,

कल था ही ऐसा कुछ खास !!

22 जून !! उसके best friend अनन्या का birthday.  कितने ख्वाब पाल रखे हैं उसने अनन्या के birthday के लिए।  अभी कुछ देर पहले ही तो एक प्यारा सा वीडियो बनाके  complete किया है अपने दोस्त के लिए

11:20 !!

11 :30

जितना समय नजदीक आता जा रहा ,उसके दिमाग में उतनी ही उथल -पथल मचती जा रही है। क्या सोचेगी अनन्या !! कितनी खुश होगी न !! पागल हीं है बिलकुल वो , पिछले दो महीनो में एक बार भी बात नहीं की !! उस पगली को कौन समझाये ,दोस्त की बात का इतना बुरा नहीं मानते !! कोई नहीं ,आज वो अनन्या से बात करके उसके सारे गीले -शिकवे दूर कर देगा , sorry बोल देगा अनन्या को

 

11 :50 P.M ......

 

11 :55 P.M.  ...... अब एक एक मिनट काटना मुश्किल होता जा रहा है रोहन के लिए ,बस वो यही सोच रहा की उसके पहले कोई और wish न कर दे अनन्या को ,और जैसे ही घडी की सूईआं 11 :59 बजायी, वो खुद को रोक नहीं पाया और अपने best friend का नंबर डायल कर ही दिया

लेंकिन ये क्या !!  आधी रिंग के बाद उसका कॉल कट गया। .... फिर से उसने try की लेकिन फिर वही response ....... whatsapp और messanger पे तो पहले ही ब्लॉक कर रखा है अनन्या ने उसे।  रोहन को समझ नहीं आ रहा वो अपने दोस्त को कैसे बर्थडे wish करे...... उसके सारे अरमान धरे के धरे रह  जाते हैं ,और वो वही बिस्तर पे निढाल गिर पड़ता है ,लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी उसे नींद नहीं आती ,और पिछले दिनों की सारी बाते उसके जेहन में चलचित्र जैसी गुजरने लगती हैं

 

 

                                                2.

साल 2012 !! कॉलेज का पहला सेमेस्टर !! कुछ ही दिनों में रोहन ने एक अलग पहचान बना ली थी पुरे क्लास में ,लेकिन अपने शर्मीले स्वभाव के कारन  किसी से बात नहीं कर पाता था रोहन !! mid term स्टार्ट ही होने वाले थे

हैल्लो रोहन !! क्या तुम मुझे अपनी C के notes दोगे ?? Actually मेरी कल Sujoy sir की लेक्चर मिस हो गयी थी

अनन्या मिश्रा !! हाँ यही नाम था उसका !! रोहन कुछ रिप्लाई करता तबतक खुद  फिर बोल पड़ी थी अनन्या ... किस सोच में पड़ गए रोहन ,कोई नहीं अगर नहीं देना तो। .... Its o.k

अरे नहीं नहीं अनन्या ,ऐसा कुछ नहीं है ,ले जाओ नोट्स

इस तरह पहली लड़की अनन्या ही थी जिससे बात करना start किया था रोहन ने। .... कॉलेज की फ्रेशर पार्टी !! रोहन की परफॉरमेंस के बाद अनन्या ही तो आयी थी सबसे पहले  बधाई देने। ..... wow रोहन !! क्या poetry सुनाई तूने यार। ... superb !!! फिर फ्रेशर पार्टी की मस्ती ,दोनों ने खूब एन्जॉय किआ था साथ में और सेमेस्टर ख़त्म होते होते उसकी बहुत अच्छी दोस्त बन चुकी थी अनन्या

 

समय के साथ साथ उन दोनों की दोस्ती और भी गहरी होती गयी अब ऐसा कोई दिन नहीं होता जिस दिन दोनों की बात न हो ,साथ launch शेयर करना ,शाम में कॉलेज कैंपस में साथ-साथ घूमना ,साथ पढ़ाई करना ,अगर किसी दिन दोनों मिल न पाते तो दिन बिलकुल अधूरा लगता। और रोहन कैसे भूल सकता है उस दिन को ,उसका 21st बर्थडे , रात के ठीक 12 बजे अनन्या का कॉल आना, फर्स्ट टाइम रोहन को इतना स्पेशल फील हुआ था। ... कितनी खुश थी अनन्या उसदिन ,उसका वो सरप्राइज बर्थडे पार्टी ,और वो उसका स्पेशल गिफ्ट.... अपने दोस्त रोहन के लिए बर्थडे कार्ड

रोहन को आज भी एक एक word याद है -

Rohan !! my best friend ! I am so lucky to have a best friend like you  . I wish that you will be my best friend for ever n ever. thank you for being in my life .

 

रोहन भी बहुत खुश था ऐसा दोस्त पाकर ! दोनों एक दूसरे की तारीफ करते हुए थकते नहीं थे ! अनन्या अब हर एक छोटी से  छोटी बात

 शेयर करती रोहन से और रोहन भी कोई बात बिना बताये नहीं रह पाता था अनन्या से। कुछ हीं दिन बाद तो  था अनन्या का बर्थडे , पंचमढ़ी के ट्रिप पे दोनों ने कितनी मस्ती की थी !

वो सैर सपाटा ,वन विहार ,भीम खेड़ा ,वो साँची की यादे कैसे भूल सकता है रोहन।  सबकुछ ऐसा लग रहा ,जैसे कल ही की तो बात हो

पता ही नहीं चला ,कैसे 5 सेमेस्टर बीत गए ,final सेमेस्टर। ... प्लेसमेंट कीं टेंशन !! दोनों का पुरे दिन साथ में पढ़ाई करना और एक दूसरे को motivate करना। .... आख़िरकार वो बड़ा दिन आ ही गया , अनन्या का IBM में selection हो गया ,अनन्या से ज्यादा खुश तो रोहन था उसदिन अपने दोस्त के अचीवमेंट पर.... और कुछ दिनों बाद रोहन का भी selection हो गया Delhi -NCR की एक compony में

 

रोहन को आज भी याद है वो कॉलेज का last day !!

रोहन कही तुम मुझे भूल तो नहीं जाओगे !! इतना कह कर फफक फफक कर रो पड़ी थी अनन्या , रोहन को पता है खुद को कैसे control किआ था उसने उस टाइम। ....

पगली कैसी बात करती है तू ,तुझे अपने दोस्त पे भरोसा नहीं !! तुम्हारा स्थान कोई नहीं ले सकता पागल !! लेकिन अनन्या अगर तुम बैंगलोर जाकर मुझे भूल गयी तो.... इसबार रोने की बारी रोहन की थी ,वो चाहकर भी अपने आशुओं को रोक नहीं पाया था

रोहन पागलो जैसी बात न करो plzzz ..... ऐसा कभी नहीं होगा ,और यार कुछ ही दिनों की तो बात है, तुम भी compony switch कर आ जाना बंगलोर

पूरी रात बैठे रहे वो दोनों, वही कॉलेज पार्किंग में... पुरानी बातो को याद कर कभी पागलो की तरह हस पड़ते तो वही बिछड़ने की याद में उनकी आँखे नम हो जाती ,

काश वो जाते हुए लम्हो को रोक पाते ,लेकिन ऐसा संभव कहा था और आख़िरकार दोनों को बिछड़ना ही पड़ा

 

                                    3.

आख़िरकार अनन्या बंगलोर आ गयी और रोहन दिल्ली ! लेकिन अभी भी दोनों की दोस्ती कम नहीं हुयी थी ,जब तक ऑफिस की छोटी से छोटी बात शेयर न कर लेते ,दोनों को नींद नहीं आती।

लेकिन समय के साथ अनन्या के text आने काम होने लगे ,रोहन अब अक्सर पूछा करता ,तुम ठीक तो हो न अनन्या ?? और अब अनन्या का अक्सर एक ही जवाब होता -हाँ यार मैं ठीक हूँ ,आजकल वर्क लोड थोड़ा बढ़ गया है सो बात नहीं कर पाती तुमसे ,मुझे लेकर तुम परेशान न हो

रोहन समझ सकता था अनन्या की बातो को ,ये आईटी componies का presure होता ही है ऐसा।  लेकिन क्या करे रोहन , अपने दिल को कैसे समझाये ,अनन्या को कैसे बताये  की अपने दोस्त को वो कितना मिस करता है। ऐसी कोई सुबह या ऐसी कोई शाम नहीं होती जिस दिन वो अनन्या को याद न करे। लेकिन उसके messages को अब इग्नोर करने लगी थी अनन्या ,कभी कभी तो मैसेज seen करने के बाद भी अब कोई रिप्लाई नहीं आता। रोहन अब समझ नहीं पा रहा था की ऐसा अनन्या क्यों कर रही ,और उधर अनन्या ,रोहन के एक ही सवालों से irritate हो जाती।

 

आज से करीब 2 महीने पहले 18 अप्रैल की सुबह !! और खुद पे control नहीं कर पाया था रोहन उसदिन -अनन्या ,क्यों कर रही तुम ऐसा ,तुम बदल गयी हो अनन्या ,अब तुम्हे मेरी फ़िक्र नहीं

अनन्या का उसदिन भी वही जवाब था ,यार समझने की कोशिश करो ,ऐसा कुछ नहीं है ,बस मेरा मन नहीं करता बात करने का !!

चुप रहो अनन्या तुम ,तुम मेरे फीलिंग्स के साथ खेल रही हो ,तुम ड्रामा कर रही हो अनन्या !!रोहन ने पता नहीं क्या क्या बोल डाला था उसदिन ,और आख़िरकार वही हुआ ,अनन्या भी  अपने गुस्से पे कण्ट्रोल नहीं कर पायी थी ,अनन्या के एक एक शब्द आज भी याद हैं रोहन को --मैं  तुमसे ऊब चुकी हूँ रोहन ,तुम मेरी दोस्ती deserve नहीं करते ,आज के बाद कभी मुझसे कम्यूनिकेट नहीं करना,  byee forever ,और फ़ोन cut कर दिया था अनन्या ने !!!

 

 

रोहन का जब गुस्सा शांत हुआ तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ ,वो बोलना चाहता था की उसने जो भी बोला ,सिर्फ गुस्से में बोला ,रोहन ने माफ़ी मांगने की कोशिश भी की लेकिन अनन्या से वो बात कर नहीं पाया ,व्हाट्सप्प और मेस्सेंजर पे block मार चुकी थी अनन्या ! रोहन को याद है कितना रोया था वो उसदिन ,उसे भरोसा नहीं हो रहा था की उसकी सबसे अच्छी दोस्त ,अनन्या ऐसा कर भी सकती है! ळेकिन रोहन ने दिल से दोस्ती निभाई थी और इतनी आसानी से दोस्त को कैसे भूल सकता था  ,उसे पूरा भरोसा था की अनन्या ने भी जो बोला गुस्से में बोला होगा ,उसका गुस्सा जब शांत होगा तो जरूर बात करेगी वो ,आखिर गलती तो मेरी ही थी न ,क्यों बोला दोस्त को ऐसा ,अब हर सुबह वो अपनी दोस्त के मैसेज और कॉल का वेट करता और कोई भी ऐसा दिन न गया होगा जिस दिन उसने याद न किया हो अनन्या को

रोहन के दिल में अब भी आशा की एक किरण टिमटिमा रही थी ,कुछ भी हुआ हो ,अपने बर्थडे के दिन तो बात करेंगी ही अनन्या ,रोहन से , सारे गीले शिकवे दूर कर देगा रोहन ,और जी जान से जुट गया था अनन्या के बर्थडे को स्पेशल बनाने के लिए ,कितनी ,मुश्किल से एक एक करके quotes खोजे थे ,कितना बेसब्री से इंतजार कर रहा था वो आज के दिन का लेकिन.......\"crying\"\"crying\"

 

रोहन !! my best friend !! बर्थडे wish नहीं करोगे क्या मुझे !!

हड़बड़ा कर उठा रोहन ,ऐसा लगा जैसे उसे अनन्या आवाज दे रही हो , वो जोर से चिल्ला उठा

वैरी हैप्पी बर्थडे अनन्या !! सॉरी अनन्या !! दोस्त की बात का इतना बुरा मान लिए था तुमने !! सॉरी अनन्या !!

 

 

लेकिन उफ्फ्फ। ....... कुछ ही देर में रोहन को समझ आ गया ,ये सिर्फ उसकी कल्पना मात्रा थी ,अनन्या का दूर दूर तक कही पता न था।  लेकिन वो  पगला इस बात को समझ कर भी समझना नहीं चाह रहा था !!

 

और वो पगला इतने दिन गुजरने के बाद भी वैसे ही हर रोज अपने दोस्त अनन्या के मैसेज और कॉल का इंतजार करता है ,कभी तो शायद समझे अनन्या !!

रंजन कुमार पंडित 

Share