होली आई खुशियों का त्यौहार है लाई
आपस में सब मिल रहे हैं जैसे भाई भाई
रंग गुलाल की अजब बरसात,
बच्चों को बुढ़े आज दे रहे मात
कोई बांट रहा मिठाई, किसी ने फाग बुलाई है
कोई पी रहा है दारू, किसी ने भान्ग चढ़ाई है
रंगों का त्योहार ये, बहुत कुछ सिख दे जाता है
प्रेम भाईचारा से रहें सबको ये बतलाता है