आधी रात जब खुला न्यायालय भारत बंद कराना था, जब खतरों में था देवालय भारत बंद कराना था.
सिक्खों के नरसंहारो पे काहे दर्द नहीं होता, जेऐनयु के नारों पे क्यूँ भारत बंद नही होता.
जब सैनिक पे पत्थर बरसे भारत बंद कराना था, जब किसान रोटी को तरसे भारत बंद कराना था. <p>रामदेव को जब दौड़ाया भारत बंद हुआ था क्या ! लालू ने जब चारा खाया भारत बंद हुआ था क्या ! देश भक्ति का ज्वार है उमड़ा, अब ये मंद नहीं होगा.. तुम चीख- चीख कर मर जाओ, पर भारत बंद नहीं होगा..
कविता तिवारी