नज़र में शोखिया लब पर मुहब्बत का तराना है
मेरी उम्मीद की जद़ में अभी सारा जमाना है
कई जीते है दिल के देश पर मालूम है मुझकों
सिकन्दर हूं मुझे इक रोज खाली हाथ जाना है।
सदा तो धूप के हाथों में ही परचम नहीं होता
खुशी के घर में भी बोलों कभी क्या गम नहीं होता
फ़क़त इक आदमी के वास्तें जग छोड़ने वालो
फ़क़त उस आदमी से ये ज़माना कम नहीं होता।
इस अंधियारी रात में ,जुगनू के घर का कोई पता बता दे !
ये खुदा मत ले इतने इम्तिहाँ ,अब तो मेरी खता बता दे !!
22-02-2018हम वीरों के वंशज है ,मिट्टी में तुम्हे मिला देंगे !
कर मत दू:साहस रे पाक ,वर्ना 71 की याद दिला देंगे !!
22-02-2018अपनी खुशियों के बदले ,उनके गम हर बार माँग लू
करे खुदा यदि सौदा, तो अपनी दोस्त की मुश्किलें उधार माँग लू
न तमन्ना मुझे किसी दौलत की ,न अपनी खुशियों की है दरकार
हे प्रभु कुछ देना चाहो ,तो देना हर जन्मो में मुझे ऐसा ही सच्चा यार
चारो धाम कर ले कोई ,या करले हर तीज त्योहार
माँ ही अगर खुश नहीं तो सब कुछ है बेकार
ये दिल है ,कोई मिट्टी का खिलौना नहीं ,
की जी चाहा तो खेला फिर ठुकरा डाला
एक से अगर मन ऊब जाये तो अगले दिन
इक दूसरा खरीद कर ला डाला !!