Posted: 19-06-2019
| Writer - Mehak
Silsila aj bhi abhi Jari hai
[Read More]
Posted: 07-12-2018
| Writer - Mehak
"I don’t wanna be the first to love you but I want to be your last love"
[Read More]
सफर जारी है
Posted: 16-10-2018
| Writer - Mehak
सफर जारी है ज़िनà¥à¤¦à¤—ी की मंजिल की ओर
[Read More]
मधà¥à¤° तान मà¥à¤°à¤²à¥€ की
Posted: 06-09-2018
| Writer - Ranjan Kumar Pandit
मधà¥à¤° तान मà¥à¤°à¤²à¥€ की आकर अब सà¥à¤¨à¤¾ जा ,
हे माखन चोर कनà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ ,इस कलयà¥à¤— में आजा !!
[Read More]
Posted: 02-06-2018
| Writer - Mehak
"Besak Suna hai Maine"
[Read More]
आईना हूठमै
Posted: 01-05-2018
| Writer - Mehak
Aaina hoon main mere saamne Aakar to dekho.
[Read More]
चिठà¥à¤ ियाà¤
Posted: 30-04-2018
| Writer - Saumya Pandey
अब कहाठखो गयी वो सà¤à¥€ चिठà¥à¤ ियाठ,
खà¥à¤¶à¤¬à¥à¤“ं में नहायी सजी चिठà¥à¤ ियाठ,
अब चलन में नहीं पà¥à¤¯à¤¾à¤° की चिठà¥à¤ ियां,
लोग लिखते हैं बस काम की चिठà¥à¤ ियाठ!!
वो कहाठतक छà¥à¤ªà¤¾à¤¤à¤¾ बहा दी सà¤à¥€ ,
जान से à¤à¥€ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ तेरी चिठà¥à¤ ियां
उसके छूने से जो हो गयी मखमली ,
à¤à¥‡à¤œ दे काश फिर वही चिठà¥à¤ ियाठ!!
[Read More]
कान का दरवाजा
Posted: 14-04-2018
| Writer - Swati
जब हम चाहते आà¤à¤–े खोलते,
जब चाहते तब बंद कर लेते,
ये सब संà¤à¤µ है केवल,
आà¤à¤–ों की पलकों के चलते !
आà¤à¤–ों की पलकों के जैसा,
काश कान के दरवाजे à¤à¥€ होते !
जब चाहे तब खोल लेते ,
जब चाहे तब बंद कर लेते !!
[Read More]
पà¥à¤°à¤¿à¤¯
Posted: 09-04-2018
| Writer - Mukesh Kumar Chaudhary
तà¥à¤® जानती हो पà¥à¤°à¤¿à¤¯ ,
मेरे लिठतà¥à¤® कितनी खास हो।
तेरे बिना मेरा जीवन ,
बिलकà¥à¤² अधूरा सा है।
अगर मै सरिता हूà¤,
तो तà¥à¤® उसकी निरà¥à¤®à¤² जल हो।
मिलकर हम दोनों सदैव,Â
जीवन की पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ बà¥à¤à¤¾à¤à¤‚गे ।
[Read More]
ये औरतें à¤à¥€ न!
Posted: 08-04-2018
| Writer - Saumya Pandey
अरे यार! ये औरतें à¤à¥€ न,
बड़ी बेवकूफ होती हैं।
दो मिनट की आरामदायक और
बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के पसंद की ज़ायकेदार मैगी को छोड़,
किचन में गरà¥à¤®à¥€ में तप कर
हरी सबà¥à¥›à¤¿à¤¯à¤¾à¤ बनाती फिरती हैं।
बचà¥à¤šà¥‡ मà¥à¤à¤¹ बिचकाकर
नाराज़गी दिखलाते हैं सो अलग,
फिर à¤à¥€ बाज नहीं आती।
अरे यार! ये औरतें à¤à¥€ न,
बड़ी बेवकूफ होती हैं।
[Read More]
मोर गउवां हेरात बा
Posted: 03-04-2018
| Writer - Uma Shankar Singh
न पोखरी न घोघा न सà¥à¤¤à¥à¤¹à¥€ देखात बा,
तनी तनी रोज मोर गउवां हेरात बा,
का à¤à¤‡à¤² बोदर कहां गइल बउलिया,
बोले न चोंय चांय का à¤à¤‡à¤² ढेंकà¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾,
उड़ति बा धूरि अउर खेती सà¥à¤–ात बा,
तनी तनी रोज मोर गउवां हेरात बा,
[Read More]
कड़वी सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ
Posted: 31-03-2018
| Writer - Saumya Pandey
सचà¥à¤šà¤¾ छिपा à¤à¥‚ठके पीछे ,
चमक रहा है रंग काला !
सच गलत है ,à¤à¥‚ठसतà¥à¤¯ है
शासन है जपता माला !!
[Read More]
पà¥à¤¯à¤¾à¤° का रोग
Posted: 31-03-2018
| Writer - Mukesh Kumar Chaudhary
à¤à¤• जà¥à¤°à¥à¤® किया है मैंने,
à¤à¤• दोसà¥à¤¤ बना बैठे हम।
कहते है ! पà¥à¤¯à¤¾à¤° सà¤à¥€ जिसको,
वो रोग लगा बैठे हम।
[Read More]
मैं à¤à¤• औरत हूà¤
Posted: 31-03-2018
| Writer - Saumya Pandey
मैं à¤à¤• औरत हूà¤,
मैं ढकूठतो ढकूठकहाठतक ,
अपने को ,कà¤à¥€ नजरो में हूठ..
तो कà¤à¥€ किताबों में हूठ,लोगो की बातों में हूठ,
तो कà¤à¥€ परदे में हूठ,शायर की शायरी में हूठ,
[Read More]
मै गà¥à¤²à¤¾à¤¬ हूà¤
Posted: 26-03-2018
| Writer - Mukesh Kumar Chaudhary
मै गà¥à¤²à¤¾à¤¬ हूà¤,
नाजà¥à¤• बहà¥à¤¤ हूà¤à¥¤
पर खà¥à¤¦ बिछà¥à¥œ कर,
दो बिछà¥à¥œà¥‡ दिलो को,
जोड़ना जानती हूà¤à¥¤
[Read More]